ताज की फीकी पड़ती चमक के पीछे प्रदूषित यमुना : अध्ययन
नई दिल्ली, 27 सितंबर: धात्विकएवं अधात्विक संरचनाओं का क्षरण काफी हद तक उनके आसपास के वातावरण से नियंत्रित होता है। सत्रहवीं शताब्दी में भारत...
अंतरिक्ष में जैविक प्रयोग के लिए वैज्ञानिकों ने बनाया मॉड्यूलर उपकरण
नई दिल्ली: भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के शोधकर्ताओं ने अंतरिक्ष में सूक्ष्मजीवों के संवर्द्धन के लिए एक मॉड्युलर...
कच्छ क्षेत्र के भूदृश्य में बदलाव के पीछे तीव्र भूकंप की घटनाएं
नई दिल्ली, 17 जनवरी: भारतीय शोधकर्ताओं के नये अध्ययन में भूकंप की घटनाओं के चलते गुजरात के कच्छ क्षेत्र में कटरोल हिल फॉल्ट के...
ग्रीष्म लहरों के बढ़ते प्रकोप के पीछे आर्कटिक क्षेत्र का बढ़ता तापमान
नई दिल्ली: भारत में मई और जून के महीने में चलने वाली ग्रीष्म लहरें जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर देती हैं। ग्रीष्म लहरों के प्रकोप...
प्रोटीन और अमीनो एसिड का समृद्ध स्रोत कद्दू के बीज
नई दिल्ली: पौधों में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन होने के बावजूद कुछ आवश्यक अमीनो एसिड अक्सर पादप उत्पादों में मौजूद नहीं होते हैं। उदाहरण...
विज्ञान लेखन पर प्रशिक्षण के लिए गोवा में कार्यशाला
पणजी: समाज में वैज्ञानिक दृष्टिकोण के प्रसार में समाचार-पत्र, पत्रिकाएं, टीवी, रेडियो तथा इंटरनेट जैसे माध्यम प्रभावी भूमिका निभाते हैं। पर, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी...
‘समय की मांग है कम ऊर्जा आवश्यकता वाली इमारतें’
नई दिल्ली: आज समूचा विश्व ग्लोबल वार्मिंग से उपजी चुनौतियों से जूझ रहा है। ग्लोबल वार्मिंग के लिए यूँ तो कई कारक जिम्मेदार हैं,...
डीएसटी की पहली महिला सचिव बनीं डॉ रेणु स्वरूप
नई दिल्ली: भारत सरकार के जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) की सचिव डॉ रेणु स्वरूप को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के सचिव के पद...
कोरोना वायरस जीनोमिक निगरानीके प्रयासों में तेजी
नई दिल्ली, 06 दिसंबर (इंडिया साइंस वायर): देश के चार शहरों - बेंगलुरु, हैदराबाद, नई दिल्ली और पुणे में स्थित राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं का संघ...
भारतीय विज्ञान के विकास में महिला वैज्ञानिकों का योगदान
अन्ना मणि, असीमा चटर्जी, आनंदीबाई गोपालराव जोशी (ऊपर बाएं से दाएं) और
जानकी अम्माल, कमला सोहोनी, दर्शन रंगनाथन एवं कमल रणदिवे (नीचे दाएं से
बाएं)
नई दिल्ली,...