स्वतंत्रता दिवस के ७६ वें वर्षगांठ के शुभ अवसर पर उन सभी स्वतंत्रता सेनानीयों और शहीदों को कोटि कोटि नमन। आज़ादी के इस महापर्व को मनाते समय जिनका नाम याद करके हर भारतवासी का सिर गर्व से ऊंचा हो जाता है , उनका नाम था सुभाष चन्द्र बोस। ऐसे महान पुरुष को स्मरण करते हुए मुझे और भी ज़्यादा गर्व की अनुभूति होती है क्यों कि मेरे माता-पिता ने मेरा नाम भी सुभाष रखा। हर भारतीय उनके प्रति प्रेम और आदर व्यक्त करने हेतु उन्हें नेताजी के नाम से संबोधित करता आया है। उनके सम्मान में एक छोटी सी कविता लिखने का प्रयास किया है जो उस महान सपूत के प्रति श्रद्धा सुमन के रूप में अर्पित है —
“स्वतंत्रता संग्राम के वीर सपूत,
थे परमवीर निर्भीक निडर;
इस धरती के हैं शिखर पुरुष,
पूजा होती जिनकी घर घर।
जय हिन्द का नारा दिया कभी,
हर हृदय में गूंजा करता है;
मां भारती को स्वतंत्र करा,
सुभाष चंद्र बोस हुए अमर।”
– सुभाष मित्रा