युवाओं को कोरोना-योद्धा बनाने के लिये ‘विशेष क्रैश-कोर्स’  

'Special crash-course' to make youth corona-warriors
वीडियो कॉंफ्रेंसिंग के जरिये प्रधानमंत्री मोदी ने किया क्रैश कोर्स प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ
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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोविड-19 महामारी के विरुद्ध नये योद्धाओं के प्रशिक्षण के लिये एक विशेषक्रैशकोर्स कार्यक्रम का शुभारंभ किया है। इस कार्यक्रम के तहत 1 लाख कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 26 राज्यों के 111 केंद्रों में चलाया जाएगा।

वीडियो कॉंफ्रेंसिंग के जरिये प्रधानमंत्री मोदी ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कोरोनामहामारी की दूसरी लहर में हमने विभिन्न चुनौतियों का सामना किया। इस महामारी ने विश्व के हर देश, संस्था, समाज, परिवार और लोगों के हौसले को परखा है। साथ ही हमें विज्ञान, सरकार, समाज, संस्था या व्यक्ति के स्तर पर अपनी क्षमता विस्तारित करने की तरफ भी संकेत दिया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा किवायरस के म्यूटेशन की आशंका अब भी बनी हुई है। ऐसे में यह शुरूआत कोरोना से लड़ने का एक अहम कदम साबित होगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि 18 जून से शुरू किए जा रहे क्रैश कोर्स के जरिए 1 लाख योद्धाओं को महामारी का सामना करने के लिए तैयार किया जाएगा।यह जरूरी है कि स्वास्थ्य क्षेत्र में डॉक्टरों, नर्सों और पैरामेडिक्स की तादाद बढ़ाई जाये। पिछले सात वर्षों से नये एम्स, नये मेडिकल कॉलेज और नये नर्सिंग कॉलेज खोलने के लिये पूरी लगन से काम किया जा रहा है। इसी तरह चिकित्सा शिक्षा और सम्बंधित संस्थानों में भी सुधारों को प्रोत्साहन दिया जा रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के शीर्ष विशेषज्ञों ने छह कोर्स तैयार किये हैं, जिन्हें आज लॉन्च किया जा रहा है। इसके अंतर्गत कोविड योद्धाओं को प्रशिक्षण दिया जायेगा, जिनमें होम-केयर सपोर्ट, बेसिक केयर सपोर्ट, एडवांस केयर सपोर्ट, इमरजेंसी केयर सपोर्ट, सैम्पल कलेक्शन सपोर्ट और मेडिकल इक्विपमेंट सपोर्ट शामिल होंगे। यह प्रशिक्षण उन लोगों को दिया जायेगा, जिन्हें इस तरह के कामों का पहले प्रशिक्षण प्राप्त हो चुका है। साथ ही इससे युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।

इस क्रैश कोर्स प्रशिक्षण कार्यक्रम की अवधि 2 से 3 महीने तक की रखी गयी है। इस में लगभग 1 लाख युवाओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा गया है।फ्रंटलाइन वर्करों के इस विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत, उम्मीदवारों को निःशुल्क ट्रेनिंग, स्किल इंडिया का सर्टिफिकेट, भोजन व आवास सुविधा, काम पर प्रशिक्षण के साथ स्टाइपेंड एवं प्रमाणित उम्मीदवारों को 2 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा प्राप्त होगा। कोविड-19 हेल्थरकेयर फ्रंटलाइन वर्कर्स का विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरा होने के बाद उम्मीदवार डीएससी/एसएसडीएम की व्यवस्था के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, स्वास्थ्य सुविधाओं व अस्पतालों में काम कर सकेंगे।इस प्रशिक्षण कोर्सके लिए273 करोड़ रुपये आवंटित किये गए हैं।प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 3.0 के तहत इसकी शुरुआत देश भर के 26 राज्यों में स्थित 111 प्रशिक्षण केंद्रों में की जाएगी। (इंडिया साइंस वायर)


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