सूरत के युवा की सृजनशीलता से होम कुक बन गए आत्मनिर्भर

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लॉक डाउन के दौरान आया किचन जीजे 05 का विचार, घर का खाना बेच कर कमा रहे है 22 से अधिक लोग

सूरत। कोरोना काल में देश में कई सर्जन देखने मिले। सूरत के सत्येन नायक की सोच में भी एक ऐसे प्लेटफॉर्म को जन्म दिया, जो आज कई लोगों के लिए रोजगार का जरिया बन गया। उसके किचन जीजे 05 कॉन्सेप्ट से लोगों को जहां घर का खाना मिल रहा है, वहीं अब तक होम कुक बने रहे लोगों को रोजगार मिल रहा है।

सत्येन नायक ने बताया कि लॉक डाउन के दौरान कई लोगों का रोजगार छीन गया और वह आर्थिक संकट में है। लोगों को कैसे रोजगार मुहैया किया जाए यह सोचते हुए इसके दिमाग में किचन जीजे05 का कॉन्सेप्ट आया। लॉक डाउन के दौरान उसने सोशल मीडिया के जरिए अपनी बात पहुंचाई, जिसमें उसने लोगों को बताया कि कई लोगों कुछ तरह के व्यंजन काफी स्वादिष्ट बनाते है, लेकिन वह होम कुक तक ही सीमित है। ऐसे लोगों के हाथों से बना खाना आप तक पहुंच सकता है और सत्येन का यह कॉन्सेप्ट लोगों को अच्छा लगा और उसे ऑर्डर मिलने लगे तो होम कुक भी उससे जुड़ने लगे।

सत्येन जो ऑर्डर मिलते वह होम कुक के जरिए बनता और लोगों तक पहुंचाता। अब इस कॉन्सेप्ट ने एक बड़ा रूप ले लिया है। सत्येन ने ओडिशन के जरिए 50 जितने होम कुक का चयन कर उन्हें किचन जीजे 05 से जोड़ा है, जिससे यह 50 से अधिक लोग कभी परिवार के लिए अपने हाथों से खाना बनाकर खुश होते थे, आज उनके लिए उनकी यह कला आय का जरिया बन गई है।

जीजे 05 के को-फाउंडर और शिवम देसाई सत्येन ने बताया कि उसके इस कॉन्सेप्ट की टैग लाइन घर से घर तकहै। यानी जो व्यक्ति अपने पसंदीदा व्यंजन के लिए ऑर्डर देता है उसके लिए होम कुक उसी वक़्त उस अकेले व्यक्ति के लिए ही अपने घर पर व्यंजन बनाता है और ऑर्डर देने वाले व्यक्ति के घर खाना पहुंचाया जाता है।


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