मुख्यमंत्री श्री विजय रूपाणी ने नारी गौरव दिवस पर महिला उत्कर्ष के विभिन्न कार्यक्रमों का वडोदरा से कराया शुभारंभ

Gujarat CM launches various women welfareoriented schemesfrom Vadodara
Share this

गुजरात में हमने एक बिल्कुल नई विकास की दुनिया का निर्माण कियाः मुख्यमंत्री

  • मुख्यमंत्री महिला उत्कर्ष योजना के तहत दिसंबर, २०२२ से पहले राज्य की १० लाख महिलाओं को शामिल कर १००० करोड़ रुपए का ब्याज मुक्त ऋण दिया जाएगा
  • विकास की यह प्रक्रिया आपसी साथ और सहयोग के बिना संभव नहीं, राज्य सरकार ने सबके साथ से किया सबका विकास
  • नारी शक्ति का सम्मान समृद्धि की दिशा का मार्ग है, राज्य सरकार ने नारी शक्ति को दिया विकास का योग्य आर्थिक माहौल
  • मुख्यमंत्री महिला उत्कर्ष योजना के तहत राज्य के १४ हजार महिला समूहों की १ लाख महिलाओं को १४० करोड़ रुपए के बिना ब्याज के ऋण का वितरण

वडोदरा: मुख्यमंत्री श्री विजय रूपाणी ने राज्य की नारी शक्ति का सम्मान करने के लिए बुधवार को वडोदरा में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि समाज के प्रत्येक वर्ग को ध्यान में रखकर गुजरात में एक बिल्कुल नई विकास की दुनिया हमनें बनाई है। नारी शक्ति के आशीर्वाद से हमारी सरकार शासन के पांच वर्ष पूरे कर रही है। पांच वर्ष पूर्ण होने का यह अवसर सरकार के लिए उत्सव का अवसर नहीं बल्कि हमने तो जनसेवा के कार्यों का सेवा यज्ञ शुरू किया है।

मुख्यमंत्री श्री विजय रूपाणी और उप मुख्यमंत्री श्री नितिनभाई पटेल के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के सुशासन के सफल पांच वर्ष पूरे होने के अवसर पर शुरू किए गए जनसेवा यज्ञ अनुष्ठान का चौथा दिन नारी शक्ति को समर्पित किया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री महिला उत्कर्ष योजना के अंतर्गत दिसंबर, २०२२ से पहले राज्य की १० लाख महिलाओं का योजना में समावेश कर १००० करोड़ रुपए का बिना ब्याज का ऋण प्रदान किया जाएगा। इस नौ दिवसीय सेवा यज्ञ के तहत राज्य में १८ हजार कार्यक्रमों के जरिए १५ हजार करोड़ रुपए के कार्य सरकार आगे बढ़कर लोगों को समर्पित कर रही है।

उन्होंने कहा कि इस सेवा यज्ञ के दौरान लोगों के पास जाकर उनका भरोसा दृढ़ करना है कि पांच वर्ष पहले हमने जो कहा था, उससे कई गुना अधिक हमने कर दिखाया है।

श्री रूपाणी ने इस जनसेवा यज्ञ का विरोध करने वाले लोगों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि हम बहलाने-फुसलाने वाले लोग नहीं है बल्कि ‘जो कहना, वह करना और जितना कर सकें, उतना ही कहना’ यही हमारे संस्कार हैं।

मुख्यमंत्री श्री विजय रूपाणी और उप मुख्यमंत्री श्री नितिनभाई पटेल के नेतृत्व की पारदर्शी, निर्णायक, संवेदनशील और प्रगतिशील सरकार के पांच वर्ष पूरे होने के अवसर पर चार अगस्त को नारी गौरव दिवस पर मुख्यमंत्री ने राज्य में महिला उत्कर्ष से जुड़ीं विभिन्न योजनाओं का वडोदरा से शुभारंभ कराया।

इस अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री महिला उत्कर्ष योजना के तहत राज्य के १४ हजार महिला समूहों (संयुक्त देयता, आय और बचत समूह-जेएलईएसजी) की एक लाख महिलाओं को १४० करोड़ रुपए के बिना ब्याज के ऋण का वितरण करने के साथ महिला एवं बाल विकास विभाग के विभिन्न विकास कार्यों का डिजिटल तरीके से लोकार्पण और शिलान्यास किया।

उन्होंने कहा कि जन-जन के प्रति संवेदना और सभी के सर्वांगीण विकास की संकल्पना के साथ हमने अनेक निर्णय किए हैं और लोगों तक उसके लाभ पहुंचाए हैं। आज उसका हिसाब जनशक्ति के समक्ष प्रस्तुत करने का अवसर है। ‘सबका साथ, सबका विकास’ राज्य सरकार का कार्यमंत्र रहा है। इस बार हमने ‘सबके साथ से, सबका विकास’ को साकार कर दिखाया है।

इसलिए विकास की यह प्रक्रिया परस्पर साथ और सहयोग के बिना संभव नहीं है। हमने गुजरात में सबके साथ से सबका विकास किया है।

नारी शक्ति का गौरव करते हुए श्री रूपाणी ने कहा कि जहां महिलाओं का सम्मान और गौरवगान होता है, वहां देवताओं का वास होता है। तात्पर्य यह कि नारी शक्ति का सम्मान समृद्धि की दिशा का मार्ग है। नारी शक्ति को विकसित होने का योग्य आर्थिक वातावरण राज्य सरकार ने दिया है।

उन्होंने कहा कि हम नारी में निहित शक्ति और ऊर्जा की उपासना करते हैं। गुजरात की नारी अबला नहीं बल्कि वह तेजस्विता और ऊर्जा का प्रतीक है। परंपराओं और संस्कार से हमने महिला को सम्मानजनक स्थान दिया है। अब गुजरात की महिलाओं को पुरुष से भी अधिक शक्तिशाली बनाने का प्रयास कर विभिन्न क्षेत्रों में समान अवसर मुहैया कराए हैं। राज्य सरकार की लोकोपयोगी, जनहितकारी और जनोन्मुखी योजनाएं और कार्यक्रम नारी गौरव को समर्पित हैं। उन्होंने कहा कि जापान के टोक्यों में चल रहे ओलंपिक खेलों में अपने गुजरात की छह महिला खिलाड़ी विभिन्न खेलों में देश का प्रतिनिधित्व कर रही  हैं।

राज्य सरकार द्वारा महिलाओं को समान अधिकार और समान दर्जा दिए जाने का उल्लेख करते हुए श्री रूपाणी ने कहा कि शासन में महिलाएं बराबर की अधिकारी हैं। स्थानीय निकाय की संस्थाओं में महिलाओं को ५० फीसदी अवसर दिए गए हैं। आज महिलाएं केवल घर ही नहीं चलातीं अपितु गांव, शहर, नगर पंचायत और जिले की कमान भी महिलाओं के हाथ में है।

हाल ही में डेढ़ लाख से अधिक युवाओं को स्थायी सरकारी नौकरी दिए जाने का गौरवपूर्वक जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उसमें ३३ फीसदी भर्तियां महिलाओं के लिए सुनिश्चित की गई हैं।

उन्होंने कहा कि गुजरात में विभिन्न वर्गों के विकास के लिए विभिन्न योजनाएं कार्यरत हैं। जिसमें से १८९ योजनाएं पूरी तरह से महिलाओं की योजनाएं हैं। राज्य सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण और सर्वांगीण विकास के लिए संकल्पबद्ध है।

मुख्यमंत्री महिला उत्कर्ष योजना की भूमिका स्पष्ट करते हुए श्री रूपाणी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिवस पर हमने गुजरात की महिलाओं को मुख्यमंत्री महिला उत्कर्ष योजना की सौगात दी थी।

इस योजना के अंतर्गत राज्य में १० हजार सखी मंडलों का गठन किया गया है। महिलाएं बिना ब्याज के बैंक से कर्ज हासिल कर सकें ऐसी यह देश की पहली योजना है। मुख्यमंत्री महिला उत्कर्ष योजना संयुक्त देयता, आय और बचत समूह (जेएलईएसजी) की पूरी दुनिया की नवीन अवधारणा के अनुरूप ऐतिहासिक पहल है। बांग्लादेश के नोबेल विजेता अर्थशास्त्री मोहम्मद यूनुस के माइक्रो फाइनेंस के विचार से भी बेहतर तरीके से इस योजना को बनाया गया है। यह योजना अन्य राज्यों के लिए भी प्रेरणादायी है। महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लक्ष्य के साथ यह योजना शुरू की गई है।

राज्य मंत्री श्रीमती विभावरीबेन दवे ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विजय रूपाणी ने गुजरात को श्रेष्ठ से सर्वश्रेष्ठ और उत्तम से सर्वोत्तम बनाया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष २००२ में महिलाओं की फिक्र कर अलग से महिला एवं बाल विकास विभाग शुरू किया था। तब उसका बजट ४५६ करोड़ था जो आज बढ़कर ३५११ करोड़ हो गया है।

श्रीमती दवे ने कहा कि राज्य सरकार ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए तमाम कदम उठाए हैं। महिलाओं को बिना ब्याज के ऋण उपलब्ध कराकर स्वावलंबी बनाने के अलावा व्हाली दीकरी योजना, महिला उत्कर्ष योजना और गंगा स्वरूपा योजना के माध्यम से सरकार ने महिलाओं के लिए विशेष प्रावधान किए हैं।

महापौर श्री केयुर रोकड़िया ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विजय रूपाणी और उप मुख्यमंत्री श्री नितिनभाई पटेल के नेतृत्व में राज्य सरकार ने महिला उत्कर्ष और महिला सुरक्षा की दिशा में उल्लेखनीय कार्य किया है।

जिला पंचायत अध्यक्ष श्री अशोकभाई पटेल ने कहा कि राज्य सरकार ने महिलाओं को यथोचित सम्मान दिया है। राज्य की नारी शक्ति को पुरुष प्रधान समाज में बराबरी का स्थान मिले ऐसी योजनाएं क्रियान्वित की हैं। मुख्यमंत्री महिला उत्कर्ष योजना के अंतर्गत वडोदरा जिले में ४४८ महिला समूहों को १-१ लाख रुपए का ब्याज मुक्त ऋण प्रदान किया गया है।

विधायक श्रीमती मनीषाबेन वकील ने कहा कि सरकार ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए विभिन्न योजनाएं अमलीकृत की हैं। उन्होंने इन महिला केंद्रित योजनाओं का अधिकतम लाभ उठाकर आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनने का आह्वान किया।

विधायक श्रीमती सीमाबेन मोहिले ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। जिसके लिए राज्य सरकार ने विभिन्न नीतियां लागू कर नारी को सक्षम बनाया है।

इस मौके पर मुख्यमंत्री और महानुभावों ने गंगा स्वरूपा (विधवा) सहायता योजना की लाभार्थी महिलाओं, महिला उत्कर्ष योजना के मंडलों को सहायता और लाभों का वितरण करने के साथ ही महिला उत्कर्ष योजना की पुस्तिका का विमोचन किया।

प्रारंभ में ग्राम विकास विभाग की सचिव श्रीमती सोनल मिश्रा ने सभी का स्वागत किया जबकि शहरी विकास विभाग के सचिव श्री लोचन सेहरा ने आभार व्यक्त किया।

कार्यक्रम में मुख्य सचिव श्री अनिल मुकीम, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री के. कैलाशनाथन, अग्रणी श्री भार्गव भट्ट, डॉ. विजयभाई शाह, पूर्व महापौर श्री भरत डांगर, पदाधिकारी, सचिव श्री के.के. निराला, मनपा आयुक्त श्रीमती शालीनि अग्रवाल, कलक्टर श्री आर.बी. बारड, जिला विकास अधिकारी डॉ. राजेन्द्र पटेल, गुजरात आजीविका संवर्धन कंपनी लि. (जीएलपीसी) के प्रबंध निदेशक के.सी. संपत और पार्षदों सहित महिलाएं एवं लाभार्थी उपस्थित थे।


Share this

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here