सूरत। कार्तिक मास शुक्ल पक्ष एकादशी के उपलक्ष में न्यू सिटीलाइट रोड स्थित मेहंदीपुर बालाजी प्रांगण में गुरुवार 23 नवंबर सुबह 10:00 बजे से दो दिवसीय”आओ नई पहल करे” सामूहिक में 51 तुलसी विवाह व 51 देवउठनी ग्यारस उद्यापन के आयोजन की शुरुआत गणेश पूजन द्वारा की गई।
आयोजक समिति कि मधु अग्रवाल, कविता अग्रवाल, प्रेमा गुप्ता, दीपा केडिया, अरुणा सर्राफ, सरोज अग्रवाल ने बताया कि जिंदगी के कर्तव्य को निभाते निभाते हमारी खुद की इच्छा रह जाती है इसलिए संस्कृति के जतन हेतु,समय और धन की बचत के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए सुरत में प्रथम बार यह भागीरथ कार्य करवाने का सफल प्रयास किया गया है। साथ ही बताया कि गुरुवार पहले दिन तुलसी मैया के पौधे को दुल्हन की तरह चुनरी, सुहाग-पिटारी, नथ, पायल, बिछिया, आभूषणों द्वारा अलौकिक श्रृंगार से सजाकर भगवान विष्णु स्वरुप शालिग्राम के साथ एकादशी की पूजा विधि व 26 अध्याय की कथाएं सुनाई गई। इसके साथ ही 51 पंडित 51पंडित्तायनों के अलावा सभी यजमानों को परिवार सहित फलाहारी भोजन कराया गया। तत्पश्चात दोपहर में बैंड-बाजे, अतीश बाजी के साथ बारात निकाली गई।
गोधूलि बेला में 51 पंडितों के भजन, कीर्तन,शंख व घंटानाद सहित मंत्रों-उच्चारण करते हुए पूजा अर्चना, रीति-रिवाजों के बीच फेरे करवा कर यजमानों को उजमन और 51 सामूहिक तुलसी मैया का कन्यादान करने का सौभाग्यशाली मौका मिला।भगवान विष्णु का आशीर्वाद लिया। इस दौरान विवाह संबंधित हवन विधि संपन्न हुई। आज शुक्रवार सुबह 10 बजे शुभ-मांगलिक कार्यों के दौरान पूर्ण- आहुति और महा-आरती के बाद सभी 51ब्राह्मण और 51 ब्राह्मणीयो को जोड़ों में एक साथ बैठाकर भोजन करवा कर उपहार भेट किए जायेंगे। लगभग 850 देर्शनाथीयों ने इस उद्यापन का लाभ लिया व सभी मेहमानों, यजमान और परिवार सहित महाप्रसाद रखी गई सभी मेहमानों, यजमानों का एकादशी उद्यापन का समापन होगा।