दिल्ली में मनाई गई एक शानदार समारोह में, भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त MBR ने विभूत लेखक डॉ. कुलदीप शर्मा को एक अवार्ड दिया है – ‘हॉनरी डॉक्टरेट’ (हॉनोरिस कॉजा)। इस प्रतिष्ठान्वित सम्मान से साबित हो रहा है कि डॉ. शर्मा ने लेखन, साहित्य, और पुस्तक प्रकाशन के क्षेत्र में अपने गहरे प्रभाव को बढ़ावा दिया है।
साहित्यिक महानवीर: डॉ. कुलदीप शर्मा का अद्वितीय सफर
डॉ. कुलदीप शर्मा चार प्रेरणादायक पुस्तकों के लेखक हैं और उनके शौर्यपूर्ण योगदान के साथ विशेषज्ञ लेखक बने हैं। उनकी साहित्यिक क्षमता विभिन्न डिजिटल मीडिया प्लेटफ़ॉर्मों तक पहुंचती है, जहां उनके शब्द युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा की राह दिखाते हैं।
उनके लेखन की प्रशंसा के अलावा, MBR ने डॉ. शर्मा की युवा पीढ़ी के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन और करियर निर्माण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका की प्रशंसा की है। उनका युवा तकनीकी क्षेत्र में प्रतिबद्धता उन्हें साहित्य दृष्टिकोण से अलग करती है।
पुरस्कार का आभूषण: प्रशंसा की श्रृंगार्हित भूमिका
श्री कुलदीप शर्मा की यात्रा बहुमूल्य पुरस्कारों से सजीव है, जिसमें “क्रीडेंस बुक ऑफ़ वर्ल्ड रेकॉर्ड”, “कलाम बुक ऑफ़ वर्ल्ड रेकॉर्ड”, और प्रतिष्ठित “वर्ष के लेखक” पुरस्कार शामिल हैं। उनका प्रभाव “वर्ष के प्रभावशाली व्यक्तित्व” और “प्रेरणादायक व्यक्तित्व” जैसे शीर्षकों में दिख रहा है, साथ ही उन्हें “रवीन्द्रनाथ टैगोर पुरस्कार” से भी नवाजा गया है।
उनकी प्रमाणिकता ने उन्हें 20 से अधिक प्रतिष्ठान्वित पत्रिकाओं और प्रकाशनों के पृष्ठों पर रौंक दिलाई है, जिसमें Fox Interviewer, Your-Story, Huff-Post, और Hindustan Times शामिल हैं।
डिजिटल प्रभाव: बहु–प्लेटफ़ॉर्म परिस्थिति
डॉ. कुलदीप शर्मा का पहुंच 15 से अधिक डिजिटल मीडिया प्लेटफ़ॉर्मों तक फैलता है, जिसमें Youth ki awaaz, Medium, Times of India, Thrive Global, और Entrepreneur Stories शामिल हैं। उनके श्रृंगार्ह लेखों का योगदान देने में उनके 200 से अधिक लेखों के पोर्टफोलियो ने उन्हें 2 लाख शब्द लिखने का रिकॉर्ड दिलाया है, जिससे उनकी डिजिटल क्षेत्र में प्रभावशाली उपस्थिति का परिचय होता है।
निष्कर्ष: साहित्यिक महाकवि का स्थायी विरासत
डॉ. कुलदीप शर्मा का सफर प्रेरणा देने वाले लेखक से हॉनरी डॉक्टरेट प्राप्तकर्ता तक है, जो उनकी साहित्यिक और युवा सशक्तिकरण में अविच्छिन्न समर्पण का प्रतीक है। इस सम्मान के लिए डॉ. शर्मा को हार्दिक बधाई, और उनका साहित्यिक यात्रा आगे बढ़ते रहे, नई पीढ़ियों के लिए मार्गदर्शन करते हुए।














