सूरत: भारत और यूएई के बीच मई 2022 में हस्ताक्षर किए गए व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (सीईपीए) के माध्यम से दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को और मजबूत बनाने में मदद मिल रही है। सीईपीए के तहत शुल्क छूट और बढ़ी हुई बाजार पहुंच का लाभ उठाते हुए भारत संयुक्त अरब अमीरात में व्यवसाय विस्तार के लिए नए अवसर तलाश रहा है।
इस संदर्भ में एसोचैम ने दक्षिणी गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एसजीसीसीआई) के सहयोग से 14 और 15 अक्टूबर, 2024 को सूरत में सैफ जोन औऱ सूरत के प्रमुख व्यावसासिक प्रतिनिधियों की उच्चस्तरीय बैठकों की एक श्रृंखला की मेजबानी की। इस कार्यक्रम में शारजाह एयरपोर्ट इंटरनेशनल फ्री ज़ोन (सैफ़ ज़ोन), शारजाह सरकार, यूएई के वरिष्ठ अधिकारी और सूरत के प्रमुख उद्योग जगत के नेताओं ने एक साथ मंत्रणा की। इन बैठकों का उद्देश्य स्थानीय संगठनों जैसे कि बीएनआई सूरत, ग्लोबल पाटीदार बिजनेस ऑर्गनाइजेशन, सूरत ज्वैलरी मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन और साउथ गुजरात टेक्सटाइल प्रोसेसर्स एसोसिएशन के सहयोग से दोनों संगठनों में व्यापारिक साझेदारी को बढ़ावा देना था। इससे भारतीय व्यवसायों को वैश्विक बाजारों में प्रवेश करने में मदद मिलेगी।
उच्चस्तरीय प्रतिनिधियों के बीच संपन्न हुई इस चर्चा ने सूरत के व्यवसायों को भारत-यूएई सीईपीए का लाभ उठाने, सहायक कंपनियों की स्थापना करने या यूएई और उससे आगे विस्तार करने के लिए दरवाजे खोलने के बारे में व्यावहारिक जानकारी प्रदान की। भारतीय कंपनियां यूएई को रणनीतिक आधार के रूप में उपयोग करके आसानी से खाड़ी, अफ्रीका, यूरोप और अन्य अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक पहुंच सकती हैं। इन बैठकों में 80 से अधिक कंपनियों ने भाग लिया, जो यूएई के साथ दीर्घकालिक साझेदारी बनाने में गहरी रुचि को दर्शाता है।
बैठक में सैफ जोन का प्रतिनिधित्व करने वाले श्री अली अल मुतावा ने खाड़ी क्षेत्र में भारतीय निर्यातकों के लिए अपार विकास अवसरों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “सीईपीए के माध्यम से यूएई ने एक प्रमुख पुनः निर्यात केंद्र के रूप में अपनी भूमिका को मजबूत किया है। सैफ जोन वैश्विक स्तर पर आगे आने की इच्छुक भारतीय कंपनियों के लिए अद्वितीय प्रोत्साहन और व्यापार-अनुकूल स्थितियां प्रदान करता है।”
(अधिक जानकारी के लिए कृपया संपर्क करें: श्री अनूप वारियर, फोन: +971564254154,
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