सूरत: पर्यावरण के लिए काम करने वाली संस्था हार्ट्स एट वर्क फाउंडेशन और ग्रीनमेन विरल देसाई ने रमजान ईद के अवसर पर लगभग 500 पौधे वितरित करके ईद मनाई। साथ ही उन्होंने विशेष रूप से मुस्लिम समुदाय से बच्चों को ईदी में पेड़ों का उपहार देने की अपील की। उल्लेखनीय है कि इस पौधे वितरण के तहत विरल देसाई की संस्था ने सूरत में विभिन्न संस्था से संपर्क किया और पौधे वितरित किए।
कार्यक्रम के तहत हार्ट्स एट वर्क फाउंडेशन ने क्वारंटाइन हुए लोगों के लिए भोजन पहंचाने वाली संस्था लॉकडाउन हेल्प ग्रुप के सदस्य चेतन जेठवा और मसूद वोराजी के साथ् मिलकर 100 पौधे वितरित करने की योजना बनाई थी। इसके अलावा उन्होंने अन्य मुस्लिम समुदायों और संस्थाओं के साथ लगभग 400 पौधे वितरित किए। इसमें दाउदी वोहरा समुदाय के सदस्य भी शामिल हुए और उन्हें भी ईद के मौके पर पौधे भी दिए गए।
“हर त्योहार को पर्यावरण और पेड़ लगाने के साथ जोडऩा हमारी प्रथा है” : विरल देसाई
इस संबंध में ग्रीनमैन विरल देसाई ने कहा हर त्योहार को पर्यावरण और पेड़ लगाने के साथ जोडऩा हमारी प्रथा है। मेरा दृढ़ता से मानना है कि जब पर्यावरण त्योहारों से जुड़ा होता है, तो लोग पर्यावरण के बारे में बहुत गंभीर हो जाते हैं। इसके अलावा इस समय में यह हमारे लिए स्पष्ट हो गया है कि ऑक्सीजन और पेड़ों का क्या महत्व है। इसलिए हमारा मुख्य लक्ष्य अधिक से अधिक पेड़ लगाना है। इसलिए मैं बच्चों को ईदी में भी पेड़ दिए जाने की अपील कर रहा हूं, ताकि इससे एक भावना जुड़ी रहे और उस भावना के कारण पर्यावरण की कदर हो।
पौधों का लाभ लेनेवाले बाबू सोना शेख कहते हैं कि जिस तरह से विरलभाई ईद को पर्यावरण के साथ जोड़ते हैं, वह बहुत प्रेरणादायक है। उनसे प्रेरणा लेकर हम भी उनके संदेश को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएंगे और न सिर्फ ईद पर बल्कि आने वाले समय में कई मौकों पर पेड़ लगाएंगे. हम अपनी मस्जिदों में बड़ी संख्या में पेड़-पौधे लगाने के साथ-साथ विरलभाई के ज्ञान का लाभ भी लेंगे।
उल्लेखनीय है कि ग्रीनमैन विरल देसाई ने पहले ट्री गणेश का आयोजन कर चुके है, जिसके तहत उन्होंने देश भर में अभियान चलाया था और विभिन्न शहरों में हजारों पेड़ लगाए थे।